IDSA क्या है व इसका महत्व, सदस्य कौन बन सकते है तथा इसके फुल फॉर्म क्या है?
जैसे कि आप सभी जानते है आज के समय मे हम डिजिटल इंडिया में रह रहे है और समय समय पर अनेक बदलाव देखने को मिल रहा है, आइये IDSA के बारे में हम कुछ चीजें पर फोकस करते है। IDSA kya hai? IDSA कैसे काम करती है, IDSA Full Form Kya hai .व एक डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनी के लिए IDSA सर्टिफाइड होना कितना आवश्यक है, हम आज इसके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे व बारीकी में बात करेंगे जिससे किसी को किसी बात का परेशनी न हो। IDSA के बारे में विस्तार से जानेंगे व इसकी कुछ अनसुनी बातों पर भी ध्यान पड़ेगा। तो आइए शुरुआत करते है आप ध्यान से पढ़ना। IDSA एक महत्वपूर्ण प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों का समूह है यह सीधे तौर में भारत सरकार के नियम पालन को मानते हुए काम करती है लेकिन वास्तव में यह भारत सरकार का हिस्सा नही है
IDSA kya hai ?
IDSA की फुल फॉर्म इंडियन डायरेक्ट सेल्लिंग एसोसिएशन है, जो एक तरह का स्वशासी संस्थान है वह यह एक ऐसे संस्था है, जो स्वयं संचालित चुनिंदा डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनियों का समूह है। भारत सरकार का इसमें कोई हाथ नही है यह पूर्णता गैर सरकारी संस्था है जिसकी शुरुआत भारत के चुनिंदा प्राइवेट कंपनी ने मिलकर किया है, जो पूरी तरह भारत सरकार के डायरेक्ट सेल्लिंग गाइड लाइन का पालन करती है, व इसका प्रचार प्रसार अपने रूप में करते है।
IDSA के पहले मैगजीन डायरेक्टर श्री मोहन कृष्णन थे, वर्तमान में इसके चैयरमेन ऋणी सन्याल है, IDSA की शुरुआत मुंबई महाराष्ट्र में 1996 में हुई है, 1998 में मुंबई से भारत की राजधानी दिल्ली में ट्रांसफर हुआ है, IDSA की शुरुआत तीन प्राइवेट कंपनी ने मिलकर 1996 में किया था Amway, Avon व Oriflame ने किया था। Tpm full form
IDSA Full Form Kya hai.
IDSA का फुल फॉर्म kya है Indian Direct Selling Assiociation. jaane idsa IDSA kya hai
- I- INDIAN
- D- DIRECT
- S- SELLING
- A- ASSIOCIATION
IDSA मेम्बरशिप कैसे ले व क्या यह आवश्यक है?
यदि कोई कंपनी या इंडस्ट्री डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनी IDSA का मेम्बर बना चाहते है या इच्छुक है तो आपको निम्न बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, उसके बारे में नीचे में संछिप्त जानकारी है-
• सबसे पहले आपकी डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनी एक साल से ज्यादा पुरानी होनी चाहिए जिसे रेजिस्ट्रेशन करने में किसी तरह का प्रॉब्लम नही आयेगा व कंपनी खुद का मैनुफैक्चरिंग होना चाहिए जिसे किसी तरह का समस्या उत्पन्न न हो।
• IDSA कंपनी को भारत सरकार द्वारा जारी सभी गाइड लाइन नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।
• कंपनी के चैयरमेन की बैंक बैलेंस अच्छा होना चाहिए, कंपनी की रेवेन्यू बेहतरीन होना चाहिए।
• IDSA को कंपनी की जरूरी डॉक्युमेंट्स सबमिट करना होता है, IDSA द्वारा निर्धारित रुपए रेजिस्ट्रेशन फीस के रूप में देना होगा, जिसे आपका कंपनी IDSA में रिजिस्टर हो सके।
• IDSA रेजिस्ट्रेशन के लिए नेट वर्थ शो करना पड़ता है, साथ ही कंपनी के सारे लीगल पेपर के ज़ेरॉक्स कॉपी जमा करना होता है।
IDSA मेम्बर फीस kya hai?
IDSA मेम्बर बनने के लिए कंपनी को मेम्बर फीस देनी पड़ती है यह करीब 5 लाख तक होती है व मेम्बरशिप फीस कंपनी के रनिंग ईयर पर निर्भर करती है कितना रजिस्ट्रेशन फीस देना है साथ ही डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनी के नेट वर्थ पर भी प्रभाव पड़ता है।
IDSA के क्या फायदे है व नुकसान है?
IDSA भारत सरकार द्वारा निर्धारित नियम पालन को लागू कराती है जो बेहद जरूरी है, IDSA के बहुत से फायदे है बहुत सारी डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनी व MLM कर्ताओ का कुछ लाभ मिल सके। IDSA मेम्बरशिप लेने पर आपके कंपनी की पारदर्शिता होती है, जिसे भारत सरकार के पास आपके कंपनी के बारे में एक एक जानकारी होती है आप किसी भी तरह का करप्शन नही कर सकते है, यह दो नम्बर काम करने वाले कंपनी के लिए नुकसान हो सकता है लेकिन भारत सरकार के लिए फायदेमंद है।
IDSA सर्टिफाइड होना जरूरी है क्या?
IDSA होना जरूरी है, कोई भी कंपनी डायरेक्ट सेल्लिंग है तब उसे IDSA, FDSA व MLM आदि डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनी के साथ मिलकर काम करना चाहिए इसे बहुत से फायदे है, डिजिटल के जमाने में अगर कंपनी एक साथ आ जाती है तो डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनी को बहुत फायदे है, और साथ ही डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनी को लीगल होना बेहद जरूरी है ताकि भारत सरकार के साथ पारदर्शिता बनी रहे, सर्टिफाइड होने से कंपनी में किसी भी तरह का समस्या नही होता है। IDSA kya hai
IDSA क्या भारतीय डायरेक्ट सेल्लिंग कंपनी है?
IDSA के फुल फॉर्म से बहुत लोगो को लगता है कि यह भारतीय कंपनियों ने स्टार्ट किया होगा लेकिन वास्तव में ऐसा बिलकुल नही है, इसकी शुरुआत ही विदेशी कंपनियों ने की जैसे Amway, Avon व oriflame आदि कंपनी जो विदेशी कंपनी है। IDSA कंपनी में शामिल होने के लिए मोटी रकम वसूला जाता है जिसे अभी के भारतीय कंपनी जो नए है उसे ज्यादा महंगे लगता है और वास्तव में है भी इसलिए भारतीय कंपनी इसके सदस्य बहुत कम है, इसके जीतने भी सदस्य है सभी विदेशी कंपनियां है, क्योकि उस कंपनी का नेटवर्थ अधिक है जिससे वो अपना पैसा मेम्बरशिप में लगा सकते है। IDSA kya hai
क्या IDSA मार्केटिंग का हिस्सा है ?
आपको साफ शब्दों में बता देता हूं कि हां, यह मार्केटिंग का हिस्सा है लेकिन सभी प्राइवेट कंपनी जो डायरेक्ट सेल्लिंग करती है उसे इसका पार्ट होना या न होना यह पूर्णता कंपनी पर निर्भर करता है। बहुत से लोग कहते है डायरेक्ट सेल्लिंग के लिए IDSA सर्टिफाइड होना जरूरी है कुछ लीडर पूर्णता लीगल है कहते है लेकिन ऐसा कुछ नही है, सभी कंपनी मार्केटिंग में आगे है, और साथ ही डायरेक्ट सेल्लिंग में कस्टमर पर डिपेंड करता है कि आपका प्रोडक्ट बिकेगा या नही।
आज आपने क्या सीखा
जैसा की आप सभी जानते है रोज हम कुछ न कुछ सीखते है क्योंकि हम रोज कुछ न कुछ नया जानते है व समझते है, आज आपने IDSA के बारे में पूरी तरह से जाना है यह क्या है कैसे काम करता है सभी चीजों के बारे में मैंने सफाई से बताया है यदि कुछ और भी जानना हो तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते है, मैं आपके समस्या का समाधान कर दूंगा, मैंने पूरी जानकारी डिटेल में बताया है मुझे लगता है किसी तरह का कोई प्रॉब्लम नही आएगा।